कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा है। 1885 में एक दबाव समूह के रूप मे स्थापित कांग्रेस को 2020 में 135 साल होने जा रहे हैं। इस बीच पार्टी में अनेक टूट-फूट हुई। नेता कई बार अलग-थलग हुए। लोकतंत्र में यह स्वाभाविक प्रक्रिया है। इस समय यह अवधारणा बना दी गई है कि बगैर नेहरू परिवार के कांग्रेस बिखर जाएगी, जबकि आँकड़े ऐसा नहीं कहते हैं। वहीं तमाम ग़ैर-हिंदीभाषी पार्टी अध्यक्ष भी लंबे समय तक कांग्रेस अध्यक्ष रहे हैं, जिन्होंने पार्टी को शानदार नेतृत्व प्रदान किया है।