भारत और पाकिस्तान के बीच 740 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा (LoC) सिर्फ एक सीमा रेखा नहीं, बल्कि युद्ध, तनाव और शांति की एक जटिल कहानी है। यह जम्मू-कश्मीर में दोनों देशों के नियंत्रित क्षेत्रों को अलग करती है, जो संगम (कश्मीर) से सियाचिन ग्लेशियर के पास NJ9842 तक फैली है। चार युद्धों और बार-बार युद्धविराम उल्लंघनों के बावजूद LoC विवादों का केंद्र बनी हुई है। आखिर यह रेखा अस्तित्व में कैसे आई, और क्यों यह आज भी भारत-पाक संबंधों की धुरी है?
पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने 26 निर्दोष सैलानियों की हत्या कर दी। जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया। भारत ने LoC पार नहीं की, बल्कि अपनी सीमा से ही हमले किए, यह दर्शाते हुए कि वह युद्ध की बजाय आतंकवाद के खिलाफ लक्षित कार्रवाई पर केंद्रित है। लेकिन पाकिस्तान ने इसका बदला लेने की धमकी दी, और LoC पर गोलीबारी तेज हो गई। 26 अप्रैल से 2 मई 2025 तक आठ रातों की गोलीबारी में तीन नागरिक मारे गए। तनाव चरम पर है, और LoC फिर से सुर्खियों में है।