loader

उपचुनाव 2022 : बीजेपी को झटका, नहीं मिली एक भी सीट 

शनिवार को विधानसभा की चार और लोकसभा की एक सीट के नतीजे आए। इन सीटों पर 12 अप्रैल को मतदान हुआ था। 

विधानसभा सीटों में पश्चिम बंगाल की बालीगंज, छत्तीसगढ़ की खैरागढ़, बिहार की बोचहां और महाराष्ट्र में उत्तरी कोल्हापुर जबकि लोकसभा सीट में पश्चिम बंगाल की आसनसोल शामिल है। 

उपचुनाव के नतीजे बीजेपी के लिए निराशाजनक रहे हैं क्योंकि चार राज्यों में वह एक भी सीट नहीं जीत सकी है। जबकि बिहार में वह गठबंधन में रहते हुए सरकार चला रही है।

ताज़ा ख़बरें

टीएमसी उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो बालीगंज सीट पर चुनाव जीत गए हैं। बाबुल सुप्रियो ने 20,228 मतों के अंतर से सीपीएम की उम्मीदवार सायरा शाह हलीम को हराया। 

जबकि आसनसोल सीट से फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने बीजेपी उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल को 303209 मतों से हराया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उपचुनाव में मिले समर्थन को लेकर जनता का धन्यवाद अदा किया है।

बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने नगर निगमों के चुनाव में भी भारी जीत हासिल की थी। 

बिहार की बोचहां सीट से आरजेडी के उम्मीदवार अमर कुमार पासवान ने बीजेपी की उम्मीदवार बेबी कुमारी को 36 हजार वोटों से हरा दिया है। 

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले राजनांदगांव की खैरागढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस की उम्मीदवार यशोदा नीलांबर वर्मा 20 हज़ार वोटों के अंतर से जीती हैं। 

उत्तरी कोल्हापुर सीट पर भी कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। इस सीट पर कांग्रेस की उम्मीदवार जयश्री जाधव ने जीत दर्ज की है। जाधव ने बीजेपी के उम्मीदवार सत्यजीत कदम को 19 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हराया है। 

देश से और खबरें

उप चुनाव के नतीजों का विश्लेषण करें तो पता चलता है कि बंगाल में ममता बनर्जी की धमक बरकरार है। जबकि बिहार में गठबंधन की सरकार चला रहे बीजेपी और जेडीयू के लिए यह हार निश्चित रूप से एक बड़ा झटका है।

महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी सरकार में शामिल दलों के नेताओं पर हुई जांच एजेंसियों की कार्रवाई के बीच उत्तरी कोल्हापुर सीट पर मिली जीत को बेहद अहम माना जा रहा है।

पांच राज्यों के चुनाव में मिली करारी हार से परेशान कांग्रेस को 2 राज्यों में 2 सीटों पर जीत मिली है और इसे उसके लिए थोड़ी सी राहत माना जा सकता है। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें