चंद्रमा पर 2019 में भारत का चंद्रयान-2 नहीं उतर पाया, लेकिन कहा जाता है कि इसने अब चंद्रयान-3 की सुरक्षित लैंडिंग के लिए बड़ी सीख दी है। 2019 में जो खामियाँ दिखीं उनको दूर करते हुए अब चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर भेजा गया है। तो सवाल है कि इसमें आख़िर वो क्या उपाय किए गए हैं कि वह चंद्रयान-2 में किए गए उपायों से अलग है?