कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पहले से ज़्यादा तेज़ गति से बढ़ता दिख रहा है। कोरोना के आँकड़े ही यह दिखा रहे हैं। 22 मार्च को जहाँ एक दिन में क़रीब 40 हज़ार मामले आए थे वहीं 10 दिन में यानी एक अप्रैल को यह आँकड़ा दोगुने से ज़्यादा होकर 81 हज़ार पहुँच गया। तो क्या पहले से ज़्यादा डरने या चिंता करने की भी बात है? कम से कम संक्रमण के मामले तो ऐसा ही बताते हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या काफ़ी कम हुई है तो एक उम्मीद की किरण भी बंधी है। यदि संक्रमण के बढ़ते मामले चिंताजनक हैं तो इस मामले में भी ज़्यादा चिंतित होने की ज़रूरत नहीं है। वैज्ञानिकों ने ही एक शोध कर कहा है कि जल्द ही दूसरी लहर धीमी पड़ने लगेगी।