कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पहले से ज़्यादा तेज़ गति से बढ़ता दिख रहा है। कोरोना के आँकड़े ही यह दिखा रहे हैं। 22 मार्च को जहाँ एक दिन में क़रीब 40 हज़ार मामले आए थे वहीं 10 दिन में यानी एक अप्रैल को यह आँकड़ा दोगुने से ज़्यादा होकर 81 हज़ार पहुँच गया। तो क्या पहले से ज़्यादा डरने या चिंता करने की भी बात है? कम से कम संक्रमण के मामले तो ऐसा ही बताते हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या काफ़ी कम हुई है तो एक उम्मीद की किरण भी बंधी है। यदि संक्रमण के बढ़ते मामले चिंताजनक हैं तो इस मामले में भी ज़्यादा चिंतित होने की ज़रूरत नहीं है। वैज्ञानिकों ने ही एक शोध कर कहा है कि जल्द ही दूसरी लहर धीमी पड़ने लगेगी।
कोरोना ज़्यादा संक्रामक पर कम घातक; 20 अप्रैल तक ही बढ़ेगा!
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- 2 Apr, 2021
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पहले से ज़्यादा तेज़ गति से बढ़ता दिख रहा है। कोरोना के आँकड़े ही यह दिखा रहे हैं। तो क्या पहले से ज़्यादा डरने या चिंता करने की बात भी है?

कोरोना संक्रमण के मामले कब तक कम होने लगेंगे, यह जानने से पहले यह जान लें कि दूसरी लहर में कोरोना संक्रमण किस गति से फैल रहा है और यह कितना घातक है।