बॉम्बे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में मीडिया से जुड़े मामलों पर सुनवाई के दौरान दोनों जगहों पर चैनलों के नियमन के मुद्दे पर दिलचस्प टिप्पणियाँ कोर्ट की ओर से की गईं। सुप्रीम कोर्ट ने न्यूज़ ब्रॉडकास्टिंग एसोसिएशन यानी एनबीए (जो कि नेशनल ब्रॉडकास्टिंग स्टैंडर्ड एसोसिएशन यानी एनबीएसए का हिस्सा है) को लगभग फटकारते हुए कहा कि आप करते क्या हैं, क्या आपका वजूद केवल लेटर हेड पर है। साफ़ है कि सुप्रीम कोर्ट एनबीए के नकारेपन से बुरी तरह निराश और नाराज़ है।