गाँवों में कोरोना फैलने के बाद सबसे बड़ी समस्या ये सामने आ रही है कि कैसे पता लगाया जाए कि किसी शख़्स को कोरोना है या नहीं। आरटी -पीसीआर या एंटीजन जाँच की सुविधा गाँवों में नहीं है। ये समस्या बड़े शहरों में भी है क्योंकि जाँच की लाइन इतनी लंबी है कि लोगों को दो-तीन दिनों तक सैम्पल लेने और जाँच रिपोर्ट आने का इंतज़ार करना पड़ रहा है। तब तक बहुत देर हो जाती है और समय पर इलाज शुरू नहीं होने के कारण कई लोगों की ज़िंदगी ख़तरे में पड़ जाती है।