इस साल के अंत में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने के साथ ही विभिन्न दलों से जुड़े दलबदल के दौर में तेजी आ गई है। जिसमें शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी और कांग्रेस अब तक इसके प्रमुख लाभार्थी के रूप में उभरते हुए दिखाई दे रहे हैं।