असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार में सिर्फ़ एक सीट पर चुनाव लड़ी थी। उसके उम्मीदवार को क़रीब 3 लाख वोट मिले थे और वह तीसरे स्थान पर रहे थे। लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार ने वह सीट जीत ली थी। यदि इस बार ओवैसी की पार्टी कई सीटों पर चुनाव लड़ती है तो क्या 2019 जैसा नतीजा निकलेगा? समझा जाता है कि ओवैसी की पार्टी तेलंगाना और महाराष्ट्र के साथ ही हिंदी प्रदेशों- उत्तर प्रदेश और बिहार में अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। तो क्या यह इंडिया गठबंधन के लिए चिंता की बात होनी चाहिए? आख़िर इसका असर क्या हो सकता है?
यूपी, बिहार में चुनाव तैयारी में ओवैसी की पार्टी; इंडिया गठबंधन के लिए झटका?
- राजनीति
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- 7 Mar, 2024
उत्तर प्रदेश और बिहार में यदि एआईएमआईएम चुनाव लड़ती है तो इंडिया गठबंधन पर इसका क्या असर होगा? क्या असदुद्दीन ओवैसी की ऐसी कुछ योजना है और क्या 'इंडिया' को इसकी चिंता होनी चाहिए?

रिपोर्ट है कि एआईएमआईएम बिहार में सात सीटों और उत्तर प्रदेश में 20 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। पार्टी की बिहार यूनिट ने 7 उम्मीदवारों और उत्तर प्रदेश यूनिट ने 20 उम्मीदवारों का प्रस्ताव असदुद्दीन ओवैसी के पास भेजा है। हालाँकि इस पर अभी तक पार्टी की ओर से कुछ फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन समझा जाता है कि इतनी सीटों पर उसकी तैयारी चल रही है।