18 फरवरी को किसानों के ‘रेल रोको’ आंदोलन से ठीक पहले दो बड़ी घटनाएं घटी हैं जो किसान आंदोलन के भविष्य से जुड़ी हैं। एक- पंजाब नगर निकाय चुनाव में आंदोलन समर्थकों की प्रचंड जीत और दूसरी- बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का अपने नेताओं से कहना कि वे अपने-अपने इलाके में किसानों के बीच जाकर कृषि कानूनों के फायदे बताएं।
मोदी सरकार की आंखें खोलेगा किसानों का ‘रेल रोको’ आंदोलन?
- विचार
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- 18 Feb, 2021

18 फरवरी को किसानों के ‘रेल रोको’ आंदोलन से ठीक पहले दो बड़ी घटनाएं घटी हैं जो किसान आंदोलन के भविष्य से जुड़ी हैं।
दोनों घटनाएं स्वभाव में महज घटना न होकर प्रतिक्रियाएं हैं। एक किसानों की प्रतिक्रिया है जिसमें वोट की ताकत है तो दूसरी राष्ट्रीय स्तर पर सत्ताधारी पार्टी की प्रतिक्रिया है जिसमें सत्ता में होने का अहंकार भाव है।
























