उभरते हुए दलित नेता चंद्रशेखर आजाद पर हमले का मकसद अभी साफ नहीं है, यह बात यूपी के डीजीपी (कानून व्यवस्था) ने कही है। लेकिन चंद्रशेखर एक उभरते हुए दलित नेता हैं। इसलिए तमाम आशंकाएं भी हैं। अपने साप्ताहिक कालम में पत्रकार वंदिता मिश्रा का सीधा सवाल है कि कहीं ये दलित राजनीति को खत्म करने की कोशिश तो नहीं है।
समाजवादी पार्टी दलित वोट बैंक की तरफ रुख कर रही है। दलितों की मौजूदा समय में नेता मायावती की राजनीति की वजह से दलित अब अन्य पार्टियों में जा रहे हैं। बीजेपी से काफी तादाद में दलित जुड़ चुके हैं। लेकिन जो दलित बीजेपी के साथ नहीं जाना चाहते हैं, वो भी सहारा तलाश रहे हैं। ऐसे में सपा की पहल रंग ला सकती है।
रामचरित मानस की एक चौपाई को लेकर विवाद छिड़ा है और इसके बाद शूद्र का मुद्दा उठा है। जानिए, राम मंदिर नींव की पहली ईंट रखने वाले दलित समुदाय के कामेश्वर चौपाल क्या कहते हैं।
समाजवादी पार्टी मुख्यालय पर एक पोस्टर लगाया गया है 'गर्व से कहो हम शूद्र हैं '.क्या वज़ह है इसकी. हाल की कई घटनाओं की रोशनी में इसे देखने की जरूरत है क्या? आज की जनादेश चर्चा.
दलित से मुस्लिम और ईसाई बने लोगों को एससी का लाभ देने का मुद्दा केंद्र की मोदी सरकार ने बहुत चालाकी से फिर दो साल के लिए लटका दिया है। 2024 में आम चुनाव होंगे। हो सकता है कि उस मौके पर मुद्दे को भुनाने के लिए इसकी घोषणा कर दी जा। लेकिन जिस तरह से यह मामला लंबे समय से लटकाया जा रहा है, वो पूरी राजनीति है। जानिए इस पूरे मामले को।
यूपी में बीजेपी की जीत का असर क्या होगा? कांशीराम और मायावती ने जिन्हें आत्मसम्मान व सामाजिक न्याय जैसी अस्मिता दी थी, क्या वे अब 'लाभार्थी' बन गए? यदि ऐसा है तो अब कैसी राजनीति होगी?
कांशीराम ने अच्छी पढ़ाई की और पुणे की एक्सप्लोसिव रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैबोरेटरी में वैज्ञानिक थे तो राजनीति में कैसे आ गए? जानिए उन्होंने कैसे दलित राजनीति को बदल दिया।
यूपी में दलित तक़रीबन 20% हैं। मायावती के पक्के समर्थक थे लेकिन बीजेपी ने सेंधमारी कर दी। इस बार किसको वोट करेंगे? आशुतोष के साथ चर्चा में उर्मिलेश, रविकांत और सतीश प्रकाश।
उत्तरप्रदेश में दलित स्त्रियों के साथ दुष्कर्म और नृशंस हत्याओं का सिलसिला योगी राज के बारे में क्या कहता है क्या योगी सरकार में दलितों को पहले के मुक़ाबले ज़्यादा सुरक्षा मिली क्या उन्हें सरकार से न्याय मिल सका क्या दलित पाँच साल के अनुभव के बाद बीजेपी को वोट देंगे डॉ. मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं-विनोद अग्निहोत्री, वीरेंद्र भट्ट, रविकांत, शीबा असलम फ़हमी और अंबरीश सक्सेना
प्रयागराज में चार दलितों की हत्या। बच्ची के साथ बलात्कार। मगर राजनीति बेखबर क्यों है? प्रियंका गांधी तो वहां पहुंचीं लेकिन अखिलेश यादव कहां हैं? मायावती ने कहा दलित सपा जैसों से सावधान रहें। लेकिन क्या कर रहे हैं अखिलेश यादव? कहां है सपा की बाबा साहब वाहिनी? उत्तर प्रदेश की राजनीति में कहां खो गया है दलितों का सवाल?
दलित सीएम ने क्या बदल दी राजनीति की धारा? सीएम बनाने से क्या दलित आगे बढ़ेंगे? राजनीति में अब ‘हिंदू ‘ नहीं ‘दलित’ चलेगा! देखिए देश में बदलते राजीनितक समीकरणों पर चर्चा 'द विजय त्रिवेदी शो' में।
कांग्रेस द्वारा पंजाब में एक दलित को मुख्यमंत्री बनाये जाने का क्या संदेश है? क्या यह बीजेपी के हिंदुत्व का जवाब है और क्या इससे देश की राजनीति बदलने वाली है?
दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को पंजाब के नये मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। इसके साथ ही वह पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री बन गए हैं। क्या इस दलित चेहरे से कांग्रेस की राजनीति बदलेगी?