कर्नाटक के चुनाव नतीजों ने एक बात और साफ की है, वो है आदिवासियों का उसके झांसे में नहीं आना। जब से राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू बनी हैं, तब से भाजपा उनके नाम को जबरदस्त ढंग से भुनाने में लगी हुई थी। कर्नाटक में भी कोशिश की गई। रविकान्त बता रहे हैं आदिवासियों ने भाजपा को क्यों खारिज किया।
कर्नाटक का चुनाव कांग्रेस ने दलित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में लड़ा और जीता। जहां तमाम वजहें इस जीत के लिए जिम्मेदार हैं लेकिन खड़गे के जरिए कांग्रेस ने जो नेरेटिव बनाया है, उसकी भी कम बड़ी भूमिका नहीं है। यह नई कांग्रेस है। कांग्रेस ही दलित प्रधानमंत्री दे सकती है, वरना भाजपा की सनातन राजनीति के सपने तो कुछ और हैं। रविकान्त की कलम से कर्नाटक चुनावः
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी हजारों लोगों से मिले हैं और इस यात्रा का सोशल मीडिया पर भी अच्छा-खासा प्रचार हुआ है। लेकिन क्या राहुल गांधी लोगों से अपने जुड़ाव को 'लोक' में तब्दील कर पाए हैं?
बाबा साहब आंबेडकर ने हिंदू धर्म त्यागकर बौद्ध धर्म क्यों अपनाया था? क्या इस वजह को टटोलने की कोशिश की गई? आख़िर उनके द्वारा दिलाई गई 22 प्रतिज्ञाओं को क्यों दोहराया जा रहा है?
आंबेडकर समता पर आधारित एक आर्थिक शक्ति संपन्न लोकतांत्रिक भारत बनाना चाहते थे। लेकिन क्या हम आंबेडकर के सपनों का भारत बना पाए हैं? अगर बना पाए हैं तो कितना?
हाल ही में एक सर्वे में पीएम मोदी को सबसे लोकप्रिय नेता बताते हुए कहा कि 2024 के चुनाव में लोग उन्हें फिर से चुनना चाहेंगे, लेकिन हकीकत में देश का कहां खड़ा है, इसे जानिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेताओं के काले कपड़े पहनकर महंगाई के ख़िलाफ़ किए गए प्रदर्शन को काला जादू बताकर आलोचना क्यों की? क्या महंगाई के मुद्दे ने मोदी सरकार को झकझोर दिया है?
राहुल गांधी के भाषण के बाद बीजेपी नेताओं और ट्रोल आर्मी ने उन पर हमला बोल दिया। आखिर वे इतना क्यों परेशान हो गए। सवाल यह भी है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोगों के प्रति रवैया किसी बादशाह जैसा है?
सलमान खुर्शीद की किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ में हिंदुत्व की तुलना आईएस और बोको हरम से करने के बाद राजनीतिक गलियारों में हिंदुत्व व हिंदू धर्म को लेकर बहस शुरू हो गई है।
बीजेपी के उग्र हिंदुत्व की राजनीति के आगे प्रियंका गांधी की राजनीति क्या टिक पाएगी? महिलाओं का मुद्दा बनाकर क्या प्रियंका कांग्रेस को यूपी की राजनीति में वापस ला पाएँगी?
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बड़ा दांव खेल दिया है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में 40 फ़ीसदी टिकट महिलाओं को देगी।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार कांग्रेस में शामिल तो हो गए, पर वे क्या जेएनयू के सवालों को वहां उठाते रहेंगे या वे सवाल अब हाशिए पर चले जाएंगे?
जाति जनगणना से बीजेपी क्यों भाग रही है? विपक्षी दलों ने इसको मुद्दा बना लिया है। नरेंद्र मोदी सरकार के सुप्रीम कोर्ट में दिए गए हलफनामे का आगामी चुनावों पर क्या असर होगा?
आज़ादी के बाद हिंदी कितनी तरक्की कर पाई? प्रतिवर्ष 14 सितंबर को सरकारी दफ्तरों, निकायों और महकमों में हिंदी दिवस का आयोजन किया जाता है। क्या सरकारी कामकाज में हिंदी का इस्तेमाल बढ़ा?
कांग्रेस द्वारा पंजाब में एक दलित को मुख्यमंत्री बनाये जाने का क्या संदेश है? क्या यह बीजेपी के हिंदुत्व का जवाब है और क्या इससे देश की राजनीति बदलने वाली है?