कर्नाटक भाजपा द्वारा एससी, एसटी, ओबीसी और मुस्लिम को लेकर एक आपत्तिजनक वीडियो को लेकर अब बीजेपी अध्यक्ष और आईटी सेल हेड की मुश्किल बढ़ गई है। जानिए, कर्नाटक पुलिस ने क्या निर्देश दिया है।
लोकसभा चुनाव में चुनावी आचार संहिता के कथित उल्लंघन के नोटिस का अभी जवाब भी नहीं दिया गया है और बीजेपी ने फिर से 'मुस्लिम' राग छेड़ दिया है? क्या फिर से चेतावनी मिलेगी?
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर गुरुवार को गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि, हमें खबर मिली है वे (जेपी नड्डा) अपने साथ बहुत सारा बैग उठाकर लाए हैं। और जहां-जहां चुनाव हो रहे हैं, वहां पर बांट रहे हैं।
इस वर्ष बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को दिल्ली जाकर पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। नीतीश कुमार ने इसे एक शिष्टाचार मुलाकात बताया है।
एनडीए में शामिल होने और बीजेपी के साथ सरकार बनाने के बाद नीतीश कुमार ने पार्टी के गठबंधन को लेकर प्रतिक्रिया दी है। जानिए, नीतीश कुमार ने क्या कहा और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने क्या कहा।
क्या केन्द्र सरकार में शिवराज सिंह चौहान को कोई जगह देने के मूड में मोदी-शाह नहीं हैं? संगठन में भी महती जिम्मेदारी मिलने की संभावनाएँ नहीं हैं? जानिए, क्या भविष्य है उनका।
एमपी में भाजपा का संकल्प पत्र जारी, महिलाओं, किसानों और युवाओं समेत सभी वर्गों को लुभाने की इसमें की गई है कोशिश। इस संकल्प पत्र की टैग लाइन 'मोदी की गारंटी, भाजपा का भरोसा' ऱखा गया है।
क्या मोदी सरकार ने आईएएएस अफ़सरों से लेकर सैन्य बलों तक का राजनीतिकरण कर दिया है? क्या इनका इस्तेमाल अब मोदी सरकार प्रचारक के तौर पर कर रही है? जानिए, मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम को चिट्ठी में क्या लिखा।
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले क्या बीजेपी अब पसमांदा मुस्लिमों को लुभाना शुरू कर दिया है? आख़िर एएमयू के पूर्व कुलपति तारिक मंसूर को बीजेपी का उपाध्यक्ष नियुक्त करने के मायने क्या हैं?
अगले कुछ महीनों में ही कम से कम चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने केंद्रीय नेतृत्व में बदलाव किया है। जानिए, किसे क्या ज़िम्मेदारी मिली।
प्रधानमंत्री मोदी अपनी 6 दिनों की सफल विदेश यात्रा के बाद आज भारत लौट आए। एयरपोर्ट पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कई सांसद उनका स्वागत करने के लिए मौजूद थे।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक रैली में अपने भाषण में 2014 से पहले के भारत को घुटने टेक कर चलने वाला भारत कहा था। स्तंभकार वंदिता मिश्रा ने नड्डा के इसी दंभ पर सवाल उठाया है कि वो 2014 से पहले की उपलब्धियों को कैसे भूल गए। खैर नड्डा को अब कर्नाटक की जनता ने जवाब दे दिया है।
हर चुनाव में राजनीतिक दल वादे करते हैं लेकिन वादे के समय शर्तें नहीं बताई जातीं। सरकार बनने के बाद वादे पूरे करने में बहाने बनाए जाते हैं। कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस के चुनावी वादों पर नजर डालिए। बीजेपी का घोषणापत्र तो आज ही जारी हुआ है।