मोदी सरकार के इस बजट में नौकरी पर फोकस और इंटर्नशिप योजना को कांग्रेस के घोषणापत्र से कॉपी पेस्ट किए जाने के आरोप क्यों लग रहे हैं? जानिए, सरकार की क्या है योजना और कांग्रेस ने क्या आरोप लगाया है।
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को केंद्रीय बजट 2024-25 पेश किया। जानिए, उन्होंने रोजगार और कौशल को लेकर क्या घोषणा की।
केंद्र सरकार के बजट पूर्व आर्थिक सर्वेक्षण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी-एनडीए की दस साल पुरानी सरकार पर विपक्ष के अधिकतर आरोपों की पुष्टि कर दी है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार 23 जुलाई को संसद में केंद्रीय बजट पेश किया। बजट से जुड़ी महत्वपूर्ण घोषणाओं को यहां लगातार अपडेट किया जा चुका है। तमाम घोषणाओं पर अलग से विस्तृत रिपोर्ट भी सत्य हिन्दी पर मौजूद है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मध्यम वर्ग के करदाता राहत की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन निर्मला पर राजकोषीय अनुशासन बनाए रखने का भी दबाव है। ऐसे में बजट क्या लेकर आता है, यह देखना हैः
केंद्रीय बजट फिर आ रहा है। लेकिन यह मोदी सरकार के पिछले बजटों की तरह ही होगा या फिर इसमें बेरोजगारी से लड़ने की उम्मीद रखी जाए। रोजगार एक ऐसा मुद्दा है, जिससे बजट बनाने और पेश करने वाले डील नहीं करना चाहते। हर बार यह मुद्दा अछूता रहता है। वरिष्ठ पत्रकार अनन्त मित्तल की टिप्पणीः
अगर आप अभी भी अखबार पढ़ते होंगे और टीवी देखते होंगे तो आपको अंदाजा होगा कि बजट 2024 का कोई शोर नहीं है। बजट कैसा भी हो सरकार हेडलाइन मैनजमेंट में सक्षम है, उसे अच्छा ही कहा जायेगा। इसलिए, बजट अच्छा हो इसकी जरूरत ही नहीं है। वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार सिंह बता रहे हैं बजट का गणितः
जीएसटी काउंसिल की बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कई मदों में राहत की घोषणा की है। लेकिन फर्टिलाइजर (खाद) पर लगने वाले जीएसटी से देश के करोड़ों किसानों को कोई राहत नहीं मिली। इस मामले को मंत्रियों की कमेटी के सुपुर्द कर दिया गया।
परकाला प्रभाकर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के पति है । लेकिन वो देश के जाने माने अर्थशास्त्री भी है । आशुतोष ने उनसे बात की । उनका कहना है कि इलेकटोरल बांड दुनिया का सबसे बडा स्कैम है और मोदी उसके लिये ज़िम्मेदार है । और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उन्हें इस्तीफ़ा दे देना चाहिये । उनका ये भी दावा है कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत ख़स्ता है और इस चुनाव में बीजेपी को 240 से अधिक सीटें नहीं मिलेगी ।