लॉकडाउन की वजह से फँसे हुए मज़दूरों को निकाल कर वापस अपने राज्य लाने के मुद्दे पर बीजेपी के योगी आदित्यनाथ और उन्हीं की पार्टी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी आमने-सामने हैं।
महाराष्ट्र में क्या बीजेपी नितिन गडकरी के हाथ में कमान सौंपेगी? क्या देवेंद्र फडणवीस रेस से बाहर हो गए हैं। फडणवीस के संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने का क्या मतलब है? और शिवसेना क्या गडकरी के नाम पर नरम पड़ जाएगी? सत्य हिंदी पर देखिए आशुतोष की बात।
मोदी सरकार 1.0 में सबसे ज़्यादा किसी मंत्रालय के काम को सराहा गया था तो वह था नितिन गडकरी का जहाजरानी और भू-तल परिवहन मंत्रालय। लेकिन वही नितिन गडकरी महाराष्ट्र चुनाव में कहीं दिख क्यों नहीं रहे हैं?
चुनाव बाद यदि एनडीए ज़रूरी आँकड़े जुटा भी लेती है तो क्या नरेंद्र मोदी दुबारा प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे? यह सवाल इसलिए कि प्रधानमंत्री पद के लिए बार-बार नितिन गडकरी का नाम उछलता रहा है।