वरिष्ठ पत्रकार और अंतरराष्ट्रीय मामलों के जाने माने विशेषज्ञ वेदप्रताप वैदिक का पिछले साल आज ही के दिन यानी 14 मार्च को निधन हुआ था। जानिए, उनको कैसे याद करते हैं वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग।
भारतीय रंग महोत्सव में प्रदर्शित यह नाटक रूस के कलाकारों के संघर्ष को भी बयान करता है। इस नाटक को वरिष्ठ पत्रकार शैलेश ने पूरी गंभीरता के साथ देखा है, आप भी जानिएः
शेक्सपीयर के ओथेलो में राज सत्ता पर क़ब्ज़ा के लिए साज़िश और षड्यंत्र चलते हैं, जिसमें प्यार भी है, ईर्ष्या भी है, धोखा भी है और हत्या भी है। जानिए, भारतीय रचना "शैडो ऑफ ओथेलो" में क्या है।
बाउल संगीत पश्चिम बंगाल का अपनी तरह की शैली का संगीत है। यह अध्यात्मिक रूप लेकर हमारे सामने आता है। जो सुनता है, वही इसका मुरीद हो जाता है। शैलेश से जानिए इस गायन शैली को किन लोगों ने जिन्दा रखा है।
प्रसिद्ध कथक गुरु बीरजू महाराज के द्वारा स्थापित कलाश्रम संगीत और नृत्य विद्यालय के 26वें वसंत उत्सव के अवसर पर ज़ाकिर हुसैन ने तबला के जादू से अद्भुत शमां बांध दिया।
जलवायु परिवर्तन यानी जहरीली होती हवा, कभी अधिक गर्मी तो कभी अधिक सर्दी, कहीं सूखा तो कहीं बाढ़। अप्रत्याशित होते जा रहे मौसम को लेकर 2023 बड़ी चेतावनी दे गया है।
हम इतना आंदोलित होते नहीं दिखते जब संवेदनशील हिमालय को तोड़ा जाता है या हसदेव अरण्य जैसे अनमोल जंगल की हत्या की जाती है। वरिष्ठ पत्रकार और पर्यावरणवादी ह्रदयेश जोशी की टिप्पणीः
जाने माने वरिष्ठ पत्रकार डॉ राकेश पाठक की किताब सिंधिया और 1857 का विमोचन भोपाल में 29 अक्टूबर को होगा। यह पुस्तक अपने समय का दस्तावेज है। किताब में देश के स्वतंत्रता आंदोलन में सिंधिया खानदान की भूमिका पर रोशनी डाली गई है।
ग्लोबल वार्मिंग से ख़तरों को लेकर आगाह किया जाता रहा है। इसमें ग्लेशियरों के पिघलने से तटीय शहरों के डुबने की आशंका तक शामिल है। नये शोध में स्वास्थ्य पर पड़ने वाले घातक प्रभाव को लेकर आगाह किया गया है।
शायर मीर तक़ी मीर का 1810 में आज ही के दिन यानी 20 सितंबर को निधन हुआ था। मीर वो शायर जिसके शेर सुनकर ग़ालिब जैसा बड़ा शायर भी दंग रह जाता था। जानें मीर तक़ी मीर के बारे में।