जामिया मिलिया इस्लामिया के पास हिंसा के लिए शरजील इमाम के जिस भाषण को ज़िम्मेदार ठहराया गया, उन पर तरह-तरह के आरोप लगाए गए, जानिए दिल्ली की अदालत ने उन्हें एक झटके में कैसे खारिज कर दिया।
दिल्ली की साकेत कोर्ट ने आज शनिवार को एक्टिविस्ट शरजील इमाम को जामिया हिंसा केस में बरी कर दिया। लेकिन शरजील अभी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे, क्योंकि दिल्ली पुलिस ने उन्हें कई और केसों में भी नामजद किया हुआ है। शरजील समेत 11 अन्य को भी अदालत ने बरी कर दिया।
‘असम को काटकर भारत से अलग कर देंगे’ वाले बयान के बाद चर्चा में आये शरजील इमाम के लिये जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में जिंदाबाद के नारे लगाये जाने का वीडियो सामने आया है।
अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय में नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन में विवादित भाषण देने के मामले में जेएनयू छात्र शरजील इमाम पर असम और उत्तर प्रदेश के बाद अब तीन और राज्यों में राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है।