कुछ रिपोर्टें हैं कि जम्मू कश्मीर में हाल में आतंकवादी गतिविधियाँ बढ़ गई हैं? क्या यह सब अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के कब्जे का असर है? क्या तालिबान और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी में गहरे संबंधों का नतीजा है?
अफ़ग़ानिस्तान में सरकार गठन का नया फॉर्मूला आया है। क्या पाकिस्तान ने यह नया फॉर्मूला दिया? अब रिपोर्ट है कि बेहद कम चर्चित नेता मुल्ला हसन अखुंद को अफ़ग़ानिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है।
तालिबान ने कहा है कि जल्द ही एक समावेशी अंतरिम सरकार का गठन कर लिया जाएगा, इस सरकार के उद्घाटन के मौके पर चीन, पाकिस्तान, रूस, तुर्की, ईरान व क़तर को निमंत्रण दिया गया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार तालिबान के सह संस्थापक मुल्ला अब्दुल ग़नी बरादर सहयोगी हक्कानी नेटवर्क के साथ संघर्ष में घायल हो गए। क्या इसी विवाद को निपटाने पाकिस्तान की ख़ुफिया एजेंसी के प्रमुख फैज़ हमीद शनिवार को अचानक काबुल पहुँचे?
तालिबान के सिराजुद्दीन हक्क़ानी गुट ने मुल्ला बरादर और हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा को नेता मानने से इनकार कर दिया है। इस पर मारपीट तक की नौबत आ गई और बीचबचाव के लिए आईएसआई प्रमुख को जाना पड़ा।
रिपोर्ट है कि अफ़ग़ानिस्तान में एक गर्भवती महिला पुलिसकर्मी तालिबान ने गोली मारकर हत्या कर दी है। जानिए महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करेंगे और एक समावेशी सरकार बनाने का दावा करने वाले तालिबान ने क्या दी सफ़ाई।
पंजशिर घाटी में समझौते के धार्मिक विद्वानों के प्रस्ताव का रेजिस्टेंस फ्रंट के नेता अहमद मसूद ने स्वागत किया है। तो क्या अब तालिबान और रेजिस्टेंस फ्रंट के बीच युद्ध ख़त्म हो जाएगा?
नसीरुद्दीन शाह ने तालिबान का समर्थन करने वाले भारतीय मुसलमानों को संदेश दिया। उन्होंने हिंदुस्तानी इस्लाम और दुनिया के बाक़ी हिस्सों के इस्लाम के बीच फर्क बताया है। आख़िर उनके बयान पर विवाद क्यों है?
अफ़ग़ानिस्तान के विरोधी धड़े नेशनल रेजिस्टेन्स फ़ोर्स ऑफ़ अफ़ग़ानिस्तान ने दावा किया है कि पंजशीर घाटी में 600 से ज़्यादा तालिबान लड़ाके मारे गए हैं और एक हज़ार से ज़्यादा पकड़े गए हैं या आत्मसमर्पण कर दिया है।
पंजशिर घाटी में कथित कब्जे के जश्न में तालिबानी लड़ाकों द्वारा काबुल में की गई हवाई फ़ायरिंग में बच्चे सहित कई लोगों के मारे जाने की ख़बर है। हालाँकि रेजिस्टेंस फोर्सेस ने पंजशिर घाटी में तालिबान के कब्जे के दावों को खारिज किया है।