लगता है कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी द्वारा यूपी चुनाव में महिलाओं को केंद्रीय मुद्दा बनाने का दबाव बीजेपी और आरएसएस पर जबरदस्त पड़ा है। प्रियंका ने 'लड़की हूँ लड़ सकती हूँ', महिला आरक्षण समेत कई मुद्दे उठा कर और महिलाओं के लिए अलग घोषणापत्र जारी कर महिलाओं को जोड़ना शुरू किया तो बीजेपी की तरफ़ से प्रधानमंत्री मोदी ने भी जनसभाओं में महिलाओं को जोड़ने का प्रयास शुरू किया। अब आरएसएस मुसलिम महिलाओं को पार्टी से जोड़ने के प्रयास में जुट गया है।
यूपी चुनाव से पहले मुसलिम महिलाओं तक क्यों पहुँच रहा है आरएसएस?
- उत्तर प्रदेश
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- 24 Dec, 2021
यूपी चुनाव से पहले आरएसएस अब बैठक कर यूपी में मुसलिम महिलाओं को क्यों बताने में लगा है कि उसने 'तत्काल तीन तलाक के दर्द से मुक्ति' दिलवा दी है?

प्रतीकात्मक तसवीर।
आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने उत्तर प्रदेश में मुसलिम महिलाओं के लिए एक व्यापक जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू किया है। इस क़दम के तहत, आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने दो दिन पहले ही आरएसएस से जुड़े मुसलिम राष्ट्रीय मंच की महिला विंग की एक बैठक की अध्यक्षता की।