उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए पर्चा भरने का काम पूरा हो चुका है। पहले चरण में क़रीब 20 सीटों पर अलग-अलग पार्टियों के मुसलिम उम्मीदवार आमने-सामने हैं। कहीं सीधी टक्कर है तो कहीं त्रिकोणीय मुक़ाबला। लिहाज़ा इन सीटों पर बेहद रोचक मुक़ाबला होने के आसार हैं। पिछली बार बीजेपी सपा-कांग्रेस गठबंधन और बसपा के मुसलिम उम्मीदवारों के आपसी टकराव के चलते पहले चरण वाली 58 सीटों में से 53 जीती थी। इस बार भी बीजेपी को मुसलिम उम्मीदवारों के आपसी टकराव से ज़्यादा फायदा होने के क़यास लगाए जा रहे हैं।
यूपी: मुसलिम उम्मीदवारों की टक्कर से होगा बीजेपी को फायदा?
- उत्तर प्रदेश
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- 23 Jan, 2022


उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा, बीएसपी व कांग्रेस जैसे प्रतिद्वंद्वी दलों के मुसलिम उम्मीदवारों के बीच में मुक़ाबले से किसे फायदा होगा? जानिए पहले चरण का हाल।
पिछले चुनाव में बीजेपी ने 53, सपा और बसपा न दो-दो और एक रालोद ने जीती थी। पिछली बार 7 सीटों पर सपा-कांग्रेस गठबंधन और बसपा के मुसलिम उम्मीदवार आमने-सामने थे। इस बार 8 सीटों पर यह स्थिति है। इनमें से कई सीटों पर कांग्रेस तो कुछ पर ओवैसी की पार्टी का मुसलिम उम्मीदवार मुक़ाबले को त्रिकोणीय बना रहा है। इससे बीजेपी की राह और आसान होती लग रही है। इसलिए क़यास लगाए जा रहे हैं कि जिन सीटों पर इन दोनों पार्टियों के मुसलिम उम्मीदवार आमने-सामने हैं वो सभी सीटें बीजेपी आसानी से जीत जायेगी।




























