बहुचर्चित राफेल लड़ाकू विमानों के सौदे का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आता दिख रहा है-राज को राज ही रहने देने की कोशिशों और उनसे जुडी ‘बुद्धिमत्तापूर्ण’ चुप्पियों के बावजूद-तो आइए, एक कल्पना करें। देश में कोई अन्य पार्टी या गठबंधन सरकार चला रहा होता, भारतीय जनता पार्टी {भाजपा} विपक्ष में होती और फ्रांसीसी इनवेस्टिगेटिव वेबसाइट ‘मीडिया पार्ट’ ने यही खुलासा किया होता तो क्या होता ? मीडिया पार्ट के अनुसार फ़्रांस के एक मजिस्ट्रेट ने एक आधिकारिक अनुरोध में राफेल विमानों की निर्माता कम्पनी द्वारा भारत से 2015-16 में किये गये 36 लड़ाकू विमानों के सौदे के हिस्से के तौर पर किये गये भुगतान की वहां चल रही जांच में भारत की सरकार से सहयोग मांगा है।
राफेल सौदाः ‘लाख छुपाओ छुप न सकेगा राज हो कितना गहरा’
- विश्लेषण
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- 30 Aug, 2023

राफेल डील फिर से चर्चा में आ गई है। पीएम मोदी के फ्रांस दौरे ने पुरानी डील के विवाद को भी ताजा कर दिया है। समझिए पत्रकार कृष्ण प्रताप सिंह क्या बताना चाह रहे हैं।