झुम्पा लाहिरी के उपन्यास ‘द नेमसेक’ पर इसी शीर्षक से बनी फ़िल्म में अशोक गांगुली का किरदार निभाने वाले इरफ़ान ख़ान का वह सीन इस वक्त याद या रहा है जिसमें हवाई अड्डे पर लाइन में खड़े हुए वह सिर्फ हल्का सा सिर हिला कर गुडबाय का संकेत देते हैं और अगला ही दृश्य उनके किरदार अशोक गांगुली की मृत्यु का समाचार सामने लाता है और तब दर्शक के सामने एक सामान्य लगने वाले अभिवादन का अर्थ अलविदा की तरह खुलता है।