कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से देश के लगभग 45 लाख छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। इंजीनियरिंग, मेडिकल, कृषि और दूसरे पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाएं टाल दी गई हैं।