यदि कोरोना मरीज़ ज़्यादा बढ़ जाएँ तो अस्पताल बेड, आइसोलेशन वार्ड, वेंटिलेटर कम पड़ने पर इसकी व्यवस्था महीने या एक साल में कर ली जा सकती है, लेकिन डॉक्टर और नर्स कम पड़ जाएँ तो क्या होगा? देश के अधिकतर राज्यों से बेहतर स्थिति होने के बावजूद महाराष्ट्र को स्थिति संभालने के लिए केरल से डॉक्टर और नर्स बुलाने पड़े। महाराष्ट्र में ऐसे हालात तब बने जब राज्य में विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के अनुसार डॉक्टर उपलब्ध हैं। लेकिन उन राज्यों का क्या होगा जहाँ डॉक्टरों और नर्सों की भारी कमी है और जहाँ जल्द ही कोरोना संक्रमण तेज़ी से फैलने वाला है।