कोरोना संकट की गंभीरता हर रोज़ 4 लाख से ज़्यादा पॉजिटिव केस आने और क़रीब 4 हज़ार मौतों से तो पता चलती ही है, लेकिन अब सरकार ने गंभीर मरीज़ों सहित कोरोना से जुड़े जो आँकड़े जारी किए हैं, वे क्या संकेत देते हैं? क्या कोरोना पहली लहर से ज़्यादा घातक है? इन आँकड़ों से ख़ुद अंदाज़ा लगाइए। क़रीब 50 हज़ार कोरोना मरीज़ आईसीयू में हैं। 14 हज़ार 500 वेंटिलेटर पर हैं। और 1.37 लाख मरीज़ ऑक्सीज़न सपोर्ट पर हैं। ये आँकड़े स्वास्थ्य मंत्रालय ने ही शनिवार को जारी किए हैं। हालाँकि रिपोर्ट में यह साफ़ नहीं किया गया है कि कितने मरीज़ आईसीयू में भर्ती होने की स्थिति में हैं लेकिन उन्हें बेड नहीं मिल पा रहा है, कितने मरीज़ों को वेंटिलेटर की ज़रूरत है और कितने मरीज़ों को ऑक्सीजन सपोर्ट की।
कोरोना की दूसरी लहर कितनी घातक? सरकारी आँकड़ों से ही जानिए
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- 9 May, 2021
कोरोना संकट की गंभीरता हर रोज़ 4 लाख से ज़्यादा पॉजिटिव केस आने और क़रीब 4 हज़ार मौतों से तो पता चलती ही है, लेकिन अब सरकार ने गंभीर मरीज़ों सहित कोरोना से जुड़े जो आँकड़े जारी किए हैं, वे क्या संकेत देते हैं?
