कोरोना वायरस रोकने के लिए लॉकडाउन का असर स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक स्तर पर ही नहीं पड़ेगा, इसका मनोवैज्ञानिक पहलू भी है। आर्थिक दिक्क़तों और सामाजिक परेशानियों का असर लोगों के मनोविज्ञान और मानसिकता पर भी पड़ेगा, यह लाज़िमी है।