सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच भले ही लोक लेखा समिति के सामने पेश नहीं हो पाईं, लेकिन अब उनके ख़िलाफ़ लोकपाल ने कार्रवाई शुरू कर दी है। भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी संस्था लोकपाल ने बुच से उनके खिलाफ लगाए गए हितों के टकराव के आरोपों पर जवाब मांगा है। इसको लेकर उनके ख़िलाफ़ तीन अलग-अलग शिकायतें दर्ज की गई हैं। इनमें अमेरिका आधारित शॉर्टसेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की एक हालिया रिपोर्ट का हवाला दिया गया।
बुच पर लोकपाल की कार्रवाई! हितों के टकराव के आरोपों पर जवाब देंगी?
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- 9 Nov, 2024
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद इस मामले में 13 अगस्त 2024 को लोकपाल के समक्ष एक शिकायत दर्ज की गई थी। इसमें बुच का नाम लिया गया था। जानिए, लोकपाल ने अब क्या कहा है।

माधबी पुरी बुच अगस्त महीने में तब विवादों में आ गईं जब अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर फर्म ने दावा किया कि व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों से पता चलता है कि सेबी की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच की अडानी मनी साइफनिंग स्कैंडल में इस्तेमाल की गई संदिग्ध ऑफशोर संस्थाओं में हिस्सेदारी थी। इसने आरोप लगाया है कि इसीलिए उन्होंने अडानी को लेकर पहले किए गए खुलासे के मामले में कार्रवाई नहीं की। हिंडनबर्ग रिसर्च ने बाजार नियामक सेबी से जुड़े हितों के टकराव का सवाल उठाया है।