एक तरफ खुशी का त्योहार दीपावली तो दूसरी तरफ एक ही उत्सव के तमाम अंतर्विरोध। आखिर हिन्दू समाज इस पर बात क्यों नहीं करता। हिन्दू समाज अपने समय के सबसे महत्वपूर्ण सवाल को नजरन्दाज कर रहा है। पत्रकार, लेखक, स्तंभकार अपूर्वानंद हिन्दू समाज से उन्हीं सवालों को पूछ रहे हैंः
पाकिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हुए अत्याचार के ख़िलाफ़ वहां की सरकारों ने सख़्ती दिखाई है लेकिन भारत इस मामले में पीछे क्यों दिखता है।