इस्लामाबाद पुलिस लाहौर में उनके जमान पार्क स्थित आवास पर पहुंची लेकिन पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान रविवार को गिरफ्तारी से बच गए। जानिए, आख़िर क्यों और किस मामले में गिरफ़्तार करना चाहती है पुलिस।
गिरफ़्तारी के लिए पहुँची इस्लामाबाद पुलिस को इमरान ख़ान अपने घर पर नहीं मिले, लेकिन घर के बाहर पार्क में अपने समर्थकों को उन्होंने संबोधित किया। जानिए इमरान ने क्या-क्या आरोप लगाए।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है। पुलिस उनके लाहौर आवास पर पहुंच चुकी है। लेकिन पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक पुलिस अब कह रही है कि उसका इमरान खान को गिरफ्तार करने का इरादा नहीं है।
पाकिस्तान को और अधिक बाहरी मदद तभी मिलेगी जब इस्लामाबाद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करेगा, जो संभवत: अगले सप्ताह पूर्ण हो जाएगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सभी देशों से पूछा है कि उनके यहां कोरोना कैसे फैला, बताएं। दरअसल अमेरिका ने चीन की एक लैब पर आरोप लगाया था। लेकिन चीन ने इससे इनकार किया है। उसके बाद डब्ल्यूएचओ ने अब अपील जारी की है।
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की रिपोर्ट में कहा गया है कि गाम्बिया में जिन 70 बच्चों की मौत हुई, वो भारतीय कंपनी के सिरप के बाद हुई। बच्चों के गुर्दे पर इस सिरप का असर हुआ था। हालांकि भारत अभी तक तमाम जांच रिपोर्ट से संतुष्ट और सहमत नहीं है।
केंद्र की बीजेपी सरकार पूरे देश के एक विचारधारा में रंगने की कोशिश कर रही है, जब सवाल उठता है कि बहुलतावाद को खतरा किससे है? और कौन है जिसे इसके खत्म होने से फायदा है?
यूक्रेन के प्रभारी इवान कोनोवलोव ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने की मांग वाले प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में मतदान से भारत का बाहर रहना हमारे लिए एक 'संवेदनशील मुद्दा' है। कीव नई दिल्ली के समर्थन पर भरोसा करता है।
पाकिस्तान के आर्थिक हालात खराब हैं, इससे उबरने के लिए तमाम प्रयास कर रहा है। लेकिन उसकी कोशिशें अभी तक कामयाब नहीं हो पाईं हैं। बेलआउट पैकैज के लिए आईएमएफ के साथ चल रही बातचीत भी बीच में टूट गई है।
डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी के जिम शैनन ने कहा, 'साफ शब्दों में कहा जाए तो यह देश के नेता को लेकर बनी एक डॉक्यूमेंट्री के बाद डराने-धमकाने के उद्देश्य से जानबूझकर किया गया कार्य था।' उन्होंने इसे पत्रकारों और मीडिया को डराने और धमकाने वाली कार्रवाई बताया।
अमेरिका में जिस रूढ़िवादी दल रिपब्लिकन पार्टी से आप्रवासी आम तौर पर दूरी बनाए रखते हैं उसमें ही अब दूसरे आप्रवासी ने कैसे राष्ट्रपति के उम्मीदवार के तौर पर दावा पेश कर दिया?
कट्टरता और भ्रष्टाचार ने आज पाकिस्तान को जिस स्थिति में पहुंचा दिया है, उससे सबक लेने की जरूरत पड़ोसी मुल्कों को है। ऐटम बम और कश्मीर के मसले ने पाकिस्तान के अस्तित्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जनता को लंबे समय तक ऐसे फर्जी वादों और इरादों से फुसलाया नहीं जा सकता।