कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए भारत सहित दुनिया भर में भले ही लॉकडाउन यानी देशों को पूरी तरह बंद करने का रास्ता अपनाया जा रहा हो, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि यह काफ़ी नहीं है। इसने कहा है कि बाद में यह वायरस फिर से पैर न पसारने लगे इसके लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य के उपाए ज़रूरी हैं। डब्ल्यूएचओ की यह चेतावनी उन देशों के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण है जिन देशों में सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था बेहद ख़राब स्थिति में है और कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयारी भी नहीं हुई है। इस लिहाज से भारत के लिए तो बड़ी चुनौती है।
सिर्फ़ लॉकडाउन से कोरोना नहीं होगा काबू, स्वास्थ्य उपाए भी ज़रूरी : डब्ल्यूएचओ
- दुनिया
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- 22 Mar, 2020
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए भारत सहित दुनिया भर में भले ही लॉकडाउन यानी देश को पूरी तरह बंद करने का रास्ता अपनाया जा रहा हो, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि यह काफ़ी नहीं है।

भारत में ऐसी रिपोर्टें आ रही हैं कि सैंपलों की जाँच के लिए भी पर्याप्त तैयारी नहीं है। जाँच किट कितने हैं, इसकी तक जानकारी नहीं मिल पा रही है। भारत में अभी तक बहुत कम सैंपल टेस्ट हो रहे हैं। क़रीब हफ़्ते भर पहले ख़बरें आ रही थीं कि हर रोज़ क़रीब 500 जाँचें हो रही थीं। 30 जनवरी को पहला केस आने के बावजूद अभी भी भारत हर दिन क़रीब 3000 सैंपल टेस्ट करने की स्थिति में नहीं है। इससे अंदाज़ा मिलता है कि भारत के पास टेस्ट किट कम हैं।