कोरोना लॉकडाउन का असर लोगों पर और उनकी आमदनी पर कैसा हुआ है? यह समझने के लिए हमने जून में उत्तर प्रदेश के ललितपुर, कुशीनगर और लखनऊ ज़िलों के 400 से अधिक लोगों से टेलीफ़ोन पर संपर्क किया। हमारा सैम्पल निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश की पूरी आबादी का प्रतिनिधित्व नहीं करता है लेकिन, यह टेलीफ़ोनिक सर्वेक्षण हमें ज़मीनी स्तर की वास्तविकता के बारे में कुछ संकेत देता है।
यूपी में सर्वे: कोरोना लॉकडाउन के कारण लोगों की आमदनी 5 गुनी कम हो गई
- विश्लेषण
- |
- |
- 7 Sep, 2020

प्रतीकात्मक तसवीर।
उत्तर प्रदेश में कोरोना लॉकडाउन का असर जानने के लिए जेएनयू और लखनऊ के संस्थान के प्रोफ़ेसरों ने 3 ज़िलों में सर्वे किया। सर्वे के अनुसार, लोगों की आमदनी 5 गुनी कम हो गई।
इस सर्वे में यह तथ्य सामने आया है कि सैम्पल लिए गए घरों की औसत आय कोरोना लॉकडाउन के कारण उनकी लॉकडाउन से पहले की आय के पाँचवें भाग से भी कम हो गई है। सर्वे में भाग लेने वालों में से क़रीब आधे ने बताया कि उनकी आय लॉकडाउन के कारण बिल्कुल ख़त्म हो गयी है। सर्वे में भाग लेने वाले घरों के आधे का अनुमान है कि छह महीनों में उनकी आय लॉकडाउन के पहले की औसत मासिक आय की तुलना में आधी रह गई। आधे से अधिक परिवारों को अभी तक जन-धन खातों में कोई आर्थिक सहायता नहीं मिली है और 40% से अधिक परिवारों को प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) की घोषणा के 3 महीने बाद भी मुफ्त गैस सिलेंडर नहीं मिला है। वर्तमान समय में आख़िरी उपाय कार्यक्रम के रूप में सार्वभौमिक रोज़गार की आवश्यकता है।