दिल्ली-एनसीआर की हवा में ज़हर घुल गया है। हालात इस क़दर ख़राब हो गए हैं कि स्कूल-कॉलेजों को बंद करना पड़ा है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने मंगलवार रात को कहा है कि स्कूल और कॉलेजों को अगले आदेश तक बंद रखा जाए। माना जा रहा है कि स्कूल और कॉलेजों में एक बार फिर ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हो सकती हैं। लॉकडाउन के दौरान भी लंबे वक़्त तक इसी तरह कक्षाएं चली थीं। सवाल यही है कि ऐसे हालात का जिम्मेदार कौन है?
प्रदूषण से बुरा हाल, दिल्ली-आसपास के शहरों में स्कूल-कॉलेज बंद
- दिल्ली
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- 17 Nov, 2021
दिल्ली और आस-पास के शहरों में सांस लेना मुश्किल हो गया है। सांस संबंधी दिक्कतों से जूझ रहे लोगों और बुजुर्गों को इससे काफ़ी दिक़्क़त हो रही है।

बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में दिवाली के बाद प्रदूषण बढ़ गया है। दिवाली पर जमकर पटाखे फोड़े गए जबकि इस पर रोक लगाई गई थी। दिवाली के बाद से दिल्ली और एनसीआर के शहरों में जबरदस्त धुएं का गुबार दिख रहा है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने 9 पेज का आदेश जारी किया है। आयोग ने सुझाव दिया है कि एनसीआर में पड़ने वाले महानगरों की राज्य सरकारें 21 नवंबर तक कम से कम 50 फ़ीसदी स्टाफ़ को वर्क फ्रॉम होम करने के लिए कहें। इस मामले में आज फिर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।