विशेषज्ञों के पैनल ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को एक जनवरी को आपात इस्तेमाल की मंजूरी लायक नहीं माना था, लेकिन इसने 2 जनवरी को उसको मंजूरी दे दी। आख़िर इन 24 घंटों में ऐसा क्या हो गया कि कोवैक्सीन को विशेषज्ञों के पैनल ने हरी झंडी दे दी? इस सवाल का जवाब विशेषज्ञों के पैनल यानी सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी (एसईसी) की एक और दो जनवरी की बैठकों में लिए गए फ़ैसलों से मिल सकता है।
कोवैक्सीन को मंजूरी: 24 घंटे में कैसे बदली विशेषज्ञों की राय?
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- 29 Mar, 2025
विशेषज्ञ पैनल ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को एक जनवरी को आपात इस्तेमाल की मंजूरी लायक नहीं माना था, लेकिन इसने 2 जनवरी को मंजूरी दे दी। आख़िर इन 24 घंटों में ऐसा क्या हो गया कि कोवैक्सीवन को हरी झंडी मिल गई?

इस पूरे मामले को समझने के लिए पहले हाल के दिनों के घटनाक्रमों को पढ़िए। दिसंबर महीने की शुरुआत में फाइजर, सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक ने वैक्सीन की मंजूरी के लिए विशेषज्ञ पैनल को आवेदन किया था। आँकड़े पर्याप्त नहीं होने की बात कहकर तीनों को ही मंजूरी नहीं दी गई। फिर 30 दिसंबर को फिर से विशेषज्ञ पैनल ने बैठक की, लेकिन तब भी किसी को मंजूरी नहीं मिली।