जलियाँवाला बाग़ स्मारक जीर्णोद्धार के तौर-तरीक़ों के लिए मोदी सरकार के ख़िलाफ़ लोग बरस रहे हैं। इरफान हबीब जैसे ख्यातनाम इतिहासकार से लेकर राहुल गांधी जैसे विपक्ष के नेता तक सरकार की आलोचना कर रहे हैं। किसी ने 'शहीदों का अपमान' बताया तो किसी ने 'स्मारकों का कॉपोर्रेटाइजेशन' करार दिया। किसी ने कहा- जिसने कभी आज़ादी के लिए संघर्ष नहीं किया वह उन्हें कैसे समझ सकता है।'