आरएसएस खुद को हिन्दुओं का चाहे जितना बड़ा मसीहा बताए, लेकिन धार्मिक रूप से शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को हिंदुओं का सबसे बड़ा धार्मिक नेता माना जाता है। संघ के किसी भी नेता का आजादी की लड़ाई में योगदान नहीं मिलता है, लेकिन स्वरूपानंद सरस्वती ऐसी शख्सियत के मालिक हैं, जो दो बार जेल गए। उन्होंने सावरकर की तरह जेल से बाहर आने के लिए अंग्रेजों से माफी नहीं मांगी। शंकराचार्य होने के बावजूद उनके विचार हमेशा भारत की गंगा जमुनी तहजीब का समर्थन करते रहे।