हरिशंकर परसाई इस धरती पर 71 साल तक रहे। जब तक जिये लगातार लिखते रहे। परसाई को दुनिया छोड़े 27 साल हो गये हैं। मान लीजिये अगर परसाई होते तो क्या करते? इस तरह का सवाल आमतौर पर बड़े राजनेताओं को लेकर पूछे जाने की परंपरा रही है, मसलन आज गांधी होते तो क्या करते? ऐसे सवाल इतने उबाऊ लगते हैं कि खुद परसाई समेत तमाम बड़े व्यंग्यकार कभी ना कभी इनका मजाक उड़ा चुके हैं। जो गुजर गया तो उस पर बात करने का क्या फायदा?