मेघना गुलज़ार और दीपिका पादुकोण की फ़िल्म 'छपाक' इन दिनों न केवल सिने प्रेमियों बल्कि हर आम और ख़ास के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। यूँ तो दीपिका पादुकोण की फ़िल्मों को लेकर दर्शकों में अच्छा ख़ासा उत्साह रहता है लेकिन ‘छपाक’ के राजनीतिक विरोध के बाद आम आदमी यह फ़िल्म देखने को थियेटर तक जाने के लिए थोड़ा हिचक रहा है। मेरे कई जानने वालों ने मुझे फ़ोन कर पूछा कि भैया फ़िल्म देखने चले जाएँ? कोई बवाल तो नहीं है? अच्छा भैया ये बताओ कि एसिड फेंकने वाला फ़िल्म में हिन्दू दिखाया गया है न?