मोदी विरोध की राजनीति को बिखरने के लिए किसी दुश्मन या मोदी-शाह जैसे रणनीतिकारों की ज़रूरत नहीं रही है लेकिन वह दौर याद करिये जब नीतीश कुमार की पहल पर कांग्रेस समेत अठाइस दल एकजुट होते दिख रहे थे। और उस दौर में संसद से लेकर टीवी चैनलों पर होने वाली चर्चाओं में भाजपा नेताओं, जिनकी अगुआई स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे थे, का स्वर याद कीजिए कि वे किस तरह इस पहल को कोस रहे थे।