loader
नेफिउ रियोफ़ोटो साभार: ट्विटर/नेफिउ रियो

नगालैंड: फायरिंग में 13 की मौत, राहुल ने सरकार से माँगा जवाब

नगालैंड के मोन ज़िले के ओटिंग में शनिवार रात फायरिंग की घटना में क़रीब दर्जन भर नागरिकों की मौत हो गई। एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस अधीक्षक इम्नालेंसा ने पुष्टि की है कि मोन ज़िले के तिरु गांव इलाक़े में शनिवार शाम को हुई गोलीबारी की घटना में 13 लोगों की मौत हुई है। इसमें 12 नागरिक शामिल हैं। इस घटना में सुरक्षा बल का एक जवान भी शहीद हो गया। घटना की एसआईटी जाँच के आदेश दिए गए हैं।

इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफिउ रियो ने घटना को बेहद निंदनीय क़रार दिया है। 

मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, 'ओटिंग, मोन में नागरिकों की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत निंदनीय है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना। उच्च स्तरीय एसआईटी जांच करेगी और देश के क़ानून के अनुसार न्याय दिलाएगी। सभी वर्गों से शांति की अपील है।'

राहुल ने केंद्र से माँगा जवाब

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नगालैंड गोलीबारी पर केंद्र को निशाने पर लेते हुए उससे जवाब माँगा है। उन्होंने कहा है कि 'ऐसे समय जब न तो सैनिक सुरक्षित हैं न ही आम नागरिक, सरकार आख़िर कर क्या रही है?'

एनडीटीवी ने पुलिस सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि म्यांमार सीमा पर हुई यह घटना 'ग़लत पहचान' के कारण हुई है। रिपोर्ट के अनुसार एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने तिरु-ओटिंग सड़क पर घात लगाकर हमला करने की योजना बनाई थी और ग्रामीणों को विद्रोही समझ लिया। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ ओटिंग गांव के लोगों का एक समूह एक मिनी ट्रक में सवार होकर घर लौट रहा था, तभी उन्हें गोली मार दी गई। इसके बाद ग्रामीण भड़क गये। 

ताज़ा ख़बरें
गोलीबारी में ग्रामीणों के मारे जाने पर स्थानीय लोगों की गुस्साई भीड़ ने सुरक्षा बलों को घेर लिया। पुलिस सूत्रों ने कहा कि बलों को 'आत्मरक्षा' में भीड़ पर गोलियाँ चलानी पड़ीं और कई ग्रामीणों को गोलियाँ लगीं। रिपोर्ट है कि कुछ सुरक्षा वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया।
इस घटना पर देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भी अपनी व्यथा जताई है और मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

उन्होंने ट्वीट किया है, 'नगालैंड के ओटिंग, सोम में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना से व्यथित हूँ। जिन लोगों ने अपनी जान गँवाई है, उनके परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ। राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय एसआईटी इस घटना की गहन जांच करेगी ताकि शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके।'

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

राज्य से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें