जैन समुदाय के लोगों की बैठक हुई और उन्होंने स्थानीय प्रशासन को इसे लेकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की है कि ऐसे शरारती तत्वों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाए।
जिस वीडियो में यह दावा किया गया था कि वामपंथी संगठन यानी एआईएसए के छात्रों ने एबीवीपी के छात्रों को पीटा, वह साफ़ झूठ था। पड़ताल में पता चला है कि एबीवीपी के छात्र आइसा के छात्र को पीटते दिख रहे हैं। Satya Hindi
जेएनयू हिंसा पर तथ्यों की पड़ताल में अब जो मामले सामने आ रहे हैं, वह क्या इशारा करते हैं? एबीवीपी पर जो ऊँगली उठाई जा रही है, वह कितना सच है? हिंसा के लिए ज़िम्मेदार कौन? छात्रों को चुन-चुन कर विशेष तौर पर हमला क्यों किया गया? देखिए शीतल के सवाल में वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष के साथ चर्चा।