हिजाब को लेकर कर्नाटक में खासा विवाद हो चुका है। यह मामला हाई कोर्ट से होता हुआ सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था। परीक्षा देने से रोकने के बाद क्या फिर यह मामला तूल पकड़ेगा?
कर्नाटक में एक के बाद एक मुसलिमों को लेकर विवाद क्यों हो रहा है? क्यों हिजाब विवाद और धार्मिक उत्सवों में मुसलिम व्यापारियों पर प्रतिबंध के मामले आए? क्या धर्म की राजनीति की जा रही है?
कर्नाटक में क्या मुसलिमों से जुड़ा एक और विवाद खड़ा करने की तैयारी है? जानिए हिजाब विवाद और धार्मिक मेलों में मुसलिम व्यापारियों पर प्रतिबंध के बाद मदरसों को लेकर बीजेपी विधायक ने क्या कहा।
हाई कोर्ट ने हिजाब पर बैन को जारी रखते हुए इस मामले में दायर सभी पांच याचिकाओं को खारिज कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में क्या फ़ैसला देगा, सभी की नज़रें अब इसी बात पर टिकी हैं।
कर्नाटक के सरकारी कॉलेज ने चालाकी दिखाते हुए हिजाब वाली छात्राओं को एंट्री तो दी लेकिन क्लास में नहीं जाने दिया। उधर दलित छात्रों ने नीला दुपट्टा पहनकर हिजाब वाली छात्राओं के समर्थन में प्रदर्शन किया। कर्नाटक हाई कोर्ट कल मामले की सुनवाई करेगा। जानिए पूरी खबर।
आखिरकार कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने शनिवार को सरकारी कॉलेजों में ड्रेस कोड लागू करने का आदेश जारी कर दिया। अब सरकारी कॉलेजों में छात्राएं हिजाब या भगवा स्कार्फ पहनकर नहीं आ सकतीं। जानिए पूरी बात।
कर्नाटक में हिजाब बनाम भगवा विवाद बढ़ता जा रहा है। हिजाब के समर्थन में चल रहे प्रदर्शन के खिलाफ भगवा स्कार्फ पहने कुछ छात्राएं आज स्कूल और कॉलेजों के गेट तक पहुंचीं लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।
हिजाब के समर्थन में कई शहरों में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। जगह-जगह छात्राएं और उनके अभिभावक धरने पर बैठ गए हैं। कुछ जगह रैली कर प्रदर्शन भी किया गया। हिजाब मामले में हाई कोर्ट में अगले हफ्ते सुनवाई है। लेकिन कर्नाटक सरकार राज्य के सभी कॉलेजों के लिए ड्रेस कोड बनाने जा रही है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।
कर्नाटक के उडुपी से शुरू हुए कॉलेज में मुसलिम छात्रों के हिजाब पहनने पर प्रतिबंध और फिर विरोध-प्रदर्शन फैलता जा रहा है। जानिए, दूसरे कॉलेज में भी ऐसा प्रतिबंध लगा तो छात्राओं ने अपने अधिकार को लेकर कैसे प्रदर्शन किए।