सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मसजिद-राम जन्मभूमि मंदिर विवाद पर जो फ़ैसला दिया, वह उससे अलग कोई दूसरा फ़ैसला नहीं दे सकता था। आख़िर क्या मजबूरियाँ थीं कोर्ट की?
गाँधीजी ने वकालत के पेशे से जुड़ी उलझनों और चुनौतियों का कैसे सामना किया जिसके बारे में उन्होंने ख़ुद सुन रखा था कि वह झूठ के गोरखधंधे के बिना नहीं चल सकता?
निजी जीवन में गाँधीजी कैसे थे, इसके बारे में हमारी इस सीरीज़ में आज हम बात करेंगे उनके वैवाहिक जीवन की। क्या वह अपनी शादी से ख़ुश थे? कस्तूरबा के प्रति उनका व्यवहार कैसा था?
गाँधीजी के जिस मित्र ने उन्हें यह कहकर माँस खाने पर उकसाया कि इससे वह शक्तिशाली और निडर हो जाएँगे वही मित्र उन्हें वेश्या के पास भी ले गया। वहाँ क्या हुआ, पढ़िये उसके बारे में।
क्या कोई कल्पना कर सकता है कि अहिंसा का पुजारी किसी जीव का माँस भी खा सकता है और वह भी एक नहीं, कई-कई बार? क्या आपको पता है कि गाँधी जी ने माँस क्यों खाना शुरू कर दिया था?
क्या आपको पता है कि गाँधीजी ने किशोरावस्था में चोरियाँ की थीं, कभी बीड़ी ख़रीदने के लिए, कभी मँझले भाई का उधार चुकाने के लिए? बाद में उन्होंने इन चोरियों का प्रायश्चित्त क्यों किया?
दो दिन पहले जाने-माने पत्रकार आशुतोष को किसी ने फ़ोन पर धमकी दी कि वह यदि उनको कहीं राह चलते मिल गए तो वह उन्हें जान से मार डालेगा। ऐसे में अब आशुतोष को क्या करना चाहिए?
कुछ ही दिनों में गाँधीजी की 150वीं जयंती आने वाली है और प्रधानमंत्री मोदी समेत सभी बड़े नेता उनको याद कर दावा करेंगे कि वे गाँधीजी के ही बताए मार्ग पर चल रहे हैं। क्या वे जम्मू-कश्मीर के मामले में ऐसा कर रहे हैं?