यूरोप इन दिनों ऊर्जा के गंभीर संकट से गुज़र रहा है। ऊर्जा की बड़ी खपत वाले इस्पात, शीशा, जस्ता और एल्यूमीनियम के कारख़ानों को पता नहीं कि उन्हें उतने दामों पर गैस और बिजली मिल पाएगी या नहीं जितना वे चुका सकते हैं। लोगों को पता नहीं कि सर्दियों में वे अपने घरों को गर्म रख पाएँगे या नहीं। ब्रितानी कंपनी नेशनल ग्रिड ने चेतावनी दी है कि संकट गहराया तो सर्दियों में तीन घंटे की बिजली कटौती करनी पड़ सकती है।