इन दिनों हर किसी की ज़ुबान पर एक ही सवाल है कि किसान आन्दोलन का नतीज़ा क्या निकलेगा? सवाल बिल्कुल सटीक और समसामयिक है। कौतूहल स्वाभाविक और सार्वजनिक है। हालाँकि, इसका जवाब आसान नहीं। आन्दोलन एक परीक्षा है, जिसके नतीजे की भविष्यवाणी भले ही कोई कर दे, लेकिन यह बताना मुमकिन नहीं कि नतीज़ा आएगा कब?