हरियाणा के शिक्षा विभाग के प्राथमिक शिक्षा में 2014 से 2016 के बीच सरकारी स्कूलों में हुई 4 लाख विद्यार्थियों के फ़र्ज़ी दाखिले के भ्रष्टाचार के मामले में एक एफआईआर दर्ज की गई है। सीबीआई चंडीगढ़ की भ्रष्टाचार निरोधी शाखा ने शुक्रवार को एक प्राथमिकी भारतीय कानून की धारा 120 बी 167 218 418 477 ए के तहत दर्ज की है। सर्वोच्च न्यायालय में सीबीआई ने प्रार्थना की थी कि जाँच को फिर से राज्य सतर्कता ब्यूरो को सौंप दिया जाये क्योंकि सीबीआई के पास जांच पूरी करने के लिए पर्याप्त संख्या में अधिकारी व संसाधन नहीं हैं जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने ख़ारिज कर दिया था। इसके बाद सीबीआई ने यह प्राथमिकी दर्ज की है।
हरियाणा: स्कूलों में फर्जी दाखिले का दोषी कौन? जानें पूरा मामला
- हरियाणा
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- 29 Jun, 2024

हरियाणा के स्कूलों में लाखों बच्चों के फर्जी दाखिले को लेकर सीबीआई ने जो केस दर्ज किया है, वह आख़िर कैसे सामने आया और इससे किस तरह की गड़बड़ी की गई? जानें अब तक केस कैसे चला है।
मामला हरियाणा के सरकारी स्कूलों में दर्ज 22 लाख दाखिले में से 4 लाख फ़र्ज़ी दाखिले पूरे प्रदेश के अलग-अलग सरकारी स्कूलों से संबंधित है। मामले के आरम्भिक जाँच में पाया गया कि छात्रवृत्ति, वर्दी मिड दे मील के लिए मिले सरकारी फंड को गबन करने के लिए स्कूलों में फर्जी दाखिले किये गए। कई जिलों में अलग-अलग स्कूलों में पंजीकृत छात्रों से वास्तविक छात्रों की संख्या कम पायी गई थी। सतर्कता ब्यूरो ने राज्य के 12924 स्कूलों की जाँच की थी। इसमें रोहतक रेंज के स्कूलों को छोड़ कर बाकी जिलों में इस प्रकार की गड़बड़ियाँ पायी गई थीं।