कोविशील्ड और कोवैक्सीन अब प्राइवेट अस्पतालों में सस्ते दामों पर मिलेगी। दोनों कंपनियों ने आज यह घोषणा की है। दोनों वैक्सीनों की कीमत आधे से भी कम रेट पर आ गई है।
कोरोना का एक्सई यानी XE वैरिएंट देश में तेजी से चर्चा का विषय क्यों बन गया? क्या इससे चिंतित होने की ज़रूरत है? इस मामले में अभी तक के कैसे सबूत रहे हैं?
कई देशों में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से तेज़ी से बढ़ने से दूसरे देशों में भी कोरोना संक्रमण की एक और लहर की आशंका बढ़ गई है। जानिए, कई देशों में कितने ख़राब हालात हैं।
प्रस्तावित स्वास्थ्य कानून में कोविड जैसे हालात में चुनौतियों का सामना करने की बात कही गई है। नया कानून ब्लॉक स्तर पर अधिकारियों को फैसला लेने की पावर देता है।
दक्षिण पूर्व एशिया और कुछ यूरोपीय देशों में जब कोरोना मामले तेज़ी से बढ़े हैं तो हांगकांग में कोरोना से भयावह हालात बन गए हैं। जानिए, ओमिक्रॉन वैरिएंट के बाद कैसे हैं हालात।
भारत में कोरोना के मामले तेजी से कम हो रहे हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वे उसी हिसाब से अब कोविड 19 की अतिरिक्त पाबंदियों को खत्म करने पर विचार करें।
कोरोना संक्रमण ठीक होने के बाद भी यदि आपको दूसरी तरह की समस्याएँ हो रही हैं तो क्या आपको लॉन्ग कोविड है? जानिए क्या है लॉन्ग कोविड और क्या ओमिक्रॉन संक्रमण से भी यह होता है।
कोरोना संक्रमण के मामले जब अब कम होने लगे हैं तो विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने कोरोना को लेकर चेतावनी जारी क्यों की है? क्या ज़्यादा ख़तरनाक वैरिएंट आएगा?