बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर यह आरोप लगता रहा है कि वे शिक्षा का भगवाकरण करना चाहते हैं और अपना एजेंडा लोगों पर थोपना चाहते हैं। इसी तरह का कुछ मामला चेन्नई स्थित अन्ना यूनिवर्सिटी से सामने आया है। यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में इंजीनियरिंग के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के छात्रों को ‘श्रीमद भगवद्गीता’ पढ़ाये जाने का सुझाव दिया गया है। इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है। हालाँकि यूनिवर्सिटी की ओर से कहा गया है कि इसे पढ़ना अनिवार्य नहीं है।