कश्मीरी पंडित 32 साल से इंतज़ार में हैं कि कभी तो दशकों पुराने उनके जख्मों पर मरहम लगेगा। पर घाव भरना तो दूर, लगता है कि उन जख्मों को बार-बार कुरेदने की कोशिश ही हुई है। कुछ ऐसे ही दर्द कई कश्मीरी पंडित अब तब बयां कर रहे हैं जब इस मुद्दे पर एक फ़िल्म 'द कश्मीर फाइल्स' रिलीज हुई है। हालाँकि, इस फ़िल्म में कश्मीरी पंडितों के साथ घटी घटनाओं को दिखाया गया है, लेकिन इस फ़िल्म में दिए गए तथ्यों और इस फ़िल्म के मक़सद को लेकर विवाद हो रहा है।