ऑल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने अयोध्या विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले पर पुनर्विचार याचिका दाख़िल करने का फ़ैसला किया है। बोर्ड ने लखनऊ में रविवार को हुई अपनी कार्यसमिति की बैठक में यह फ़ैसला किया है। हालांकि बोर्ड की 51 सदस्य कार्यसमिति में क़रीब 40 सदस्यों ने हिस्सा लिया। उनमें से भी कई सदस्य पुनर्विचार याचिका दाख़िल करने के ख़िलाफ़ थे लेकिन इनकी आवाज़ नक्कारख़ाने में तूती की आवाज़ बन कर रह गई। बैठक में सिर्फ़ उन्हीं की चली जो अयोध्या मुद्दे को ज़िदा रखना चाहते हैं और इसके लिए पहले से ही पुनर्विचार याचिका दाख़िल करने के हक़ में थे।
अयोध्या विवाद को क्यों जिंदा रखना चाहता है मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड?
- विचार
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- 18 Nov, 2019


अगर अयोध्या की विवादित ज़मीन पर मसजिद को दुबारा बनाया जाना संभव ही नहीं है तो फिर बोर्ड सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाख़िल करके आख़िर हासिल क्या करना चाहता है?



























