गुजरात में 2002 की हिंसा के बाद राज्य के दौरे पर गये तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एक पत्रकार-वार्ता में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘राजधर्म’ की याद दिलायी थी। उन्होंने कहा था- “मुख्यमंत्री के लिए मेरा सिर्फ़ एक संदेश है कि वह राजधर्म का पालन करें---राजधर्म—ये शब्द काफ़ी सार्थक है। मैं इसी का पालन कर रहा हूँ। राजा के लिए शासक के लिए प्रजा-प्रजा में भेद नहीं हो सकता। न जन्म के आधार पर, न जाति के आधार पर, न संप्रदाय के आधार पर।”